एक देशगान -
वेदों का पावन धाम कहो
भारत माता के
चरणों में
वेदों का पावन धाम कहो.
अब भगवा ध्वज
लेकर निकलो
दुनिया से जय श्रीराम कहो.
हम नफ़रत
द्वेष नहीं करते
मानवता, शांति सिखाते हैं,
सब धर्मों का
आदर करते
हम सबका मान बढ़ाते हैं,
हम सामवेद भी
गाते हैं
भारत माँ को सुरग्राम कहो.
गंगा, यमुना के
घाट पुण्य
सरयू की छटा निराली है,
गिरिनार, नर्मदा
संतों की
विंध्याचल शेरावाली है,
काशी के घाटों
को प्रणाम
संगीत, भजन की शाम कहो.
चमकेगा
सूर्य सनातन का
फिर त्रेता, द्वापर आएंगे,
कुरुक्षेत्र
सुनेगा गीता फिर
लंका को राख बनाएंगे,
वीरों होकर
निर्भय निकलो
सोते जगते हरि नाम कहो.
![]() |
प्रभु श्रीराम |
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