सोमवार, 25 जुलाई 2022

एक देशगान -फूल चढ़ाओ भारत माता को

भारत माता 



एक गीत -बलिदान करोड़ों वीरों का

राजघाट से
पहले फूल
चढ़ाओ भारत माता को.
फिर कोई भी
फूल चढ़ाओ
संविधान निर्माता को.

आज़ादी में
एक नहीँ बलिदान
करोड़ों वीरों का,
सत्याग्रह के
साथ रहेगा
योगदान शमशीरों का,
राष्ट्र यज्ञ में
नहीँ भूलना
वेदों के उदगाता को.

राजगुरु
सुखदेव, भगत सिंह
आज़ादी के नायक हैं,
नेताजी, आज़ाद
तिलक सब
राष्ट्रगान के गायक हैं,
नमन लक्ष्मी
दुर्गा भाभी
जैसी आहुति दाता को.

सम्मानित हो
क्रांति कथा अब
एक -एक बलिदानी की,
गंगा जी में
अस्थि प्रवाहित
कर दो काला पानी की,
किसी एक को
श्रेय न हो
अब भारत भाग्य विधाता की.

कवि -जयकृष्ण राय तुषार
चित्र साभार गूगल 


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