सुनहरी कलम से

(हिन्दी के महत्वपूर्ण कवियों का ब्लॉग)

गुरुवार, 31 जुलाई 2025

पुस्तक भेंट -सम्माननीय सदस्य कैट श्री मोहन प्यारे जी एवं श्री रजनीश राय जी

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  सम्माननीय सदस्य कैट श्री मोहन प्यारे जी एवं माननीय श्री रजनीश कुमार राय जी को अपना ग़ज़ल संग्रह भेंट करते हुए

हिन्दी ग़ज़ल व्यापकता और विस्तार -ज्ञानप्रकाश विवेक

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 नई किताब आदरणीय श्री ज्ञानप्रकाश विवेक जी हिन्दी ग़ज़ल व्यापकता और विस्तार-लेखक श्री ज्ञान प्रकाश विवेक हिन्दी ग़ज़ल पर वाणी प्रकाशन से आदरणीय ...
बुधवार, 23 जुलाई 2025

मेरी किताब सियासत भी इलाहाबाद में संगम नहाती है

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 ताज़ा किताब-सियासत भी इलाहाबाद में संगम नहाती है (ग़ज़ल संग्रह) प्रोफ़ेसर संतोष भदौरिया जी मेरा ग़ज़ल संग्रह पढ़ते हुए प्रोफ़ेसर संतोष भदौरिया के स...
मंगलवार, 22 जुलाई 2025

भाई आमोद माहेश्वरी जी के साथ

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  भाई आमोद माहेश्वरी जी मेरे ग़ज़ल संग्रह के साथ आज की तसवीर विशेष महत्वपूर्ण है आज राजकमल समूह के मुख्य कार्यकारी अधिकारी( प्रकाशक) भाई आमोद ...
सोमवार, 21 जुलाई 2025

दिल्ली में हिंदुस्तान के स्थानीय सम्पादक श्री प्रताप सोमवंशी जी

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  भाई प्रताप सोमवंशी जी को अपना ग़ज़ल संग्रह भेंट करते हुए
शनिवार, 19 जुलाई 2025

एक ग़ज़ल -ग़ुम हुए अपनी ही दुनिया में

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  चित्र साभार गूगल एक ग़ज़ल  ग़ुम हुए अपनी ही दुनिया में सँवरने वाले  हँसके मिलते हैं कहाँ राह गुजरने वाले  घाट गंगा के वही नाव भी केवट भी वही ...
बुधवार, 16 जुलाई 2025

श्री रमेश जी प्रान्त प्रचारक काशी प्रान्त को पुस्तक भेंट

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 आज संघ कार्यालय में आदरणीय श्री रमेश जी को अपना ग़ज़ल संग्रह एवं एक अन्य पुस्तक भेंट करते हुए. साथ में भाई श्याम नारायण जी आदरणीय श्री रमेश ज...
शुक्रवार, 27 जून 2025

प्रोफ़ेसर कीर्ति पांडे अध्यक्ष उत्तर प्रदेश शिक्षा आयोग को पुस्तक भेंट करते हुए

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  माननीया अध्यक्ष U. P. State Education Commission प्रोफ़ेसर कीर्ति पांडे जी को अपना ग़ज़ल संग्रह भेंट करते हुए माननीया अध्यक्ष यू. पी. स्टेट ए...
गुरुवार, 26 जून 2025

हिन्दी विश्वविद्यालय वर्धा स्थानीय कार्यालय

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 कल शाम अंतराराष्ट्रीय महात्मा गाँधी हिन्दी विश्वविद्यालय वर्धा के प्रयागराज सेंटर पर जाना हुआ. निदेशक आदरणीय प्रोफ़ेसर अखिलेश दूबे जी ने अंग...
शुक्रवार, 20 जून 2025

ग़ज़ल संग्रह -सियासत भी इलाहाबाद में संगम नहाती है

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  पूर्व कुलपति B. H. U. प्रोफ़ेसर गिरीश चंद्र त्रिपाठी जी को अपना ग़ज़ल संग्रह भेंट करते हुए प्रोफ़ेसर गिरीश चंद्र त्रिपाठी पूर्व कुलपति काशी हि...
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जयकृष्ण राय तुषार
कवि नाम जयकृष्ण राय तुषार अधिवक्ता उच्च न्यायालय | जन्म स्थान -पसिका आज़मगढ़ ,उत्तर प्रदेश |सम्प्रति निवास -प्रयागराज | ग़ज़ल संग्रह -सियासत भी इलाहाबाद में संगम नहाती है *लोकभारती से प्रकाशित.देश की सुप्रसिद्ध पत्रिकाओं एवं समाचार पत्रों में कविताओं का प्रकाशन | प्रथम गीत संग्रह -सदी को सुन रहा हूँ मैं ,दूसरा गीत संग्रह '"कुछ फूलों के कुछ मौसम के" उत्तर प्रदेश हिंदी संस्थान से पुरस्कृत बलवीर सिंह रंग सर्जना पुरस्कार 2017. मेड़ों पर वसंत तीसरा नवगीत संग्रह प्रकाशन वर्ष 2021. ग़ज़ल संग्रह प्रकाशनाधीन
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