सोमवार, 4 सितंबर 2023


एक गीत -और कमल का फूल रहे

माननीय यशस्वी प्रधानमंत्री मोदी जी 

माननीय मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश श्री योगी आदित्यनाथ जी 


एक गीत -और कमल का फूल रहे 

शंख नाद सरयू से गूंजे

काशी में तिरशूल रहे 

2024 में मोदी और

कमल का फूल रहे.


पी. ओ. के. में उड़े तिरंगा

तिब्बत में आजादी हो

अमित शाह, डोवाल सरीखा

हर नेता फौलादी हो 

भारत माँ के चरण कमल में

अब न कभी भी शूल रहे.


यूपी में योगी बाबा का

मान और सम्मान रहे

हमको अपनी संस्कृति 

गौरव गाथा पर अभिमान रहे

सबका साथ विकास सभी का

यही अटल स्कूल रहे.


राष्ट्र धर्म के साथ साथ में

सर्व धर्म समभाव रहे

उसे तिरंगा देना जिसका

जग में अमिट प्रभाव रहे

एक व्यवस्था संविधान की

एक सभी का रूल रहे 


पाक परस्तों, गद्दारों को

कुर्सी मत दिखलाना जी

वीर शिवाजी, राणा जैसा

योद्धा फिर से लाना जी

युद्ध क्षेत्र में सन बासठ के

जैसी कभी न भूल रहे 

कवि -जयकृष्ण राय तुषार

राष्ट्रीय पुष्प कमल 


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